नई दिल्ली:- दिल्ली में भाजपा आम चुनावों में महज़ सात सीटों पर सिमट कर रह गई। दक्षिणी दिल्ली के 10 विधानसभा सीटों में से बदरपुर विधानसभा वो सीट है जिसने आम आदमी पार्टी की प्रचण्ड लहर होने के बावजूद भी यहां से भाजपा को जीत मिली बदरपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए रामबीर सिंह बिधूड़ी जी सदन में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर रहे। इस सीट से विधायक और नेता प्रतिपक्ष रहे रामबीर सिंह बिधूड़ी को जनता ने दक्षिण दिल्ली का सांसद भी बना दिया लेकिन फिर भी बदरपुर की जनता को पुल नहीं मिला।
रामवीर सिंह विधूड़ी का हुआ विकास
4 साल में बदरपुर ने रामवीर सिंह विधूड़ी का खूब विकास किया लेकिन नेता जी ने लोगों को चार साल में केवल जाम और धोखा दिया। बदरपुर में नहर पार रह रहे लोगों का जाम के कारण आना जाना मुश्किल हो गया है। 150 मीटर का एक पुल पूर्व नेता प्रतिपक्ष से चार साल में 25% नहीं बना जिस हिसाब से काम हो रहा है उसे देखकर लगता है पुल को बनने में कम से कम 16 से 18 साल का समय लगेगा।
भाजपा का जीतना बदरपुर का दुर्भाग्य
बदरपुर की जनता यदि कोई काम लेकर पार्षदों के पास जाएं तो वो बोलते हैं विधायक काम नहीं करने देते क्योंकि अधिकांश पार्षद आम आदमी पार्टी के है और विधायक भाजपा के, यदि विधायक कार्यालय जाएं तो बोलते हैं राज्य सरकार काम नहीं करने देती क्यों विधायक भाजपा के है और राज्य सरकार आम आदमी पार्टी की है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बदरपुर से भाजपा का जीतना बदरपुर का दुर्भाग्य है।
जल्दी ही मोलडबंद के इस पुल पर एक विस्तृत खबर आपको खबर4इंडिया पर देखने को मिलेगी तो सोचो मत हम आपकी आवाज उठाएंगे आप बस नोटिफिकेशन ऑन रखना और कमेंट करके हिम्मत बढ़ाते रहना
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