Pramod Shukla

पत्रकारिता के प्रति बचपन से लगाव रहा और पारिवारिक माहौल भी अनुकूल मिला, माता जी और दो बड़े भाई पत्रकार थे, तो बाल्यावस्था से ही पत्रकारिता की बारीकियां सहजता से समझ आती गई, राजनीति, इतिहास और विज्ञान पसंदीदा विषय रहे। घूसखोरी व पत्रकारिता के आड़ में शासन-प्रशासन की दलाली से सख्त नफरत रखना शुक्ला जी की खासियत है। संसद मार्ग से लेकर गांव-कस्बों तक निर्भीकता से पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। पढाई के बाद कई छोटे बड़े डिजिटल व प्रिंट मीडिया संस्थानों को सेवा दी। अब आशा लक्ष्य को सिनियर एडिटर व टीम लीडर के तौर पर सम्भाल रहे हैं।
ओएनई दिल्लीः- एसजीपीसी मतलब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी संस्कृति की रक्षा के नाम पर शुरू हुआ एक...