नई दिल्लीः- महिलाओं के खिलाफ बढ़ता क्राईम ग्राफ़ दुखी करने वाला है। सभी राज्य सरकारों और केंद्र सरकार की तरफ से किए जा रहे वादे केवल वादे बनकर रह जा रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध का जो ग्राफी है उसमें अपराधी अक्सर एक विशेष कौम का निकलता है। ताजा मामला मुंबई का है जहां छत्तीसगढ़ के एक जनजातीय परिवार की 22 वर्षीय लड़की को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले फिरोज खान ने अपहरण कर डेढ़ साल तक बंधक बनाकर रखा। सोचिए कोई व्यक्ति कैसे इतना निर्दय और हवन हो सकता है। डेढ़ साल तक एक लड़की को मारता पिटता रहा बहुत कम खाना देता और लगातार उससे बलात्कार करता रहा। विशेष कौम के फिरोज खान ने इस घटना को अंजाम दिया। आरोपित मुस्लिम फिरोज ने छत्तीसगढ़ के कोंडागाँव की रहने वाली 22 साल की एक जनजातीय युवती को जबरदस्ती अपहरित कर लिया इसके बाद उसे मुंबई के धारावी लेकर गया जहां लगभग 1.5 साल तक लड़की से रेप करता रहा। फिरोज उसे अंधेरे कमरे में हाथ-पैर बाँधकर रखता था। इतना ही नहीं, आरोपित फिरोज ने युवती के जननांग मेंकेमिकल डालकर जला दिया।
इलाज कराने कई लड़की का किया अपहरण
पीड़िता ने बताया कि फिरोज खान ने अननोन नंबर से कई बार उसके पास फोन किया पूछने पर लड़की ने बताया कि यह नंबर कोंडागांव का है आपने गलती से गलत नंबर मिला दिया है। लेकिन फिर भी फिरोज बार-बार उसे नंबर पर फोन करता था और धीरे-धीरे वह लड़की का पीछा करने लगा। एक बार जब लड़की की तबीयत खराब थी तो वह कोंडागांव इलाज करने के लिए सीएचसी पर गई थी। जहां एक खाली सुनसान रास्ते पर फिरोज खान ने उसका अपहरण कर लिया अपहरण करके अपने साथ मुंबई लेकर चला गया। इस दौरान फिरोज ने पीड़िता से मोबाइल छीन लिया और पीड़िता के परिजनों को एक मैसेज किया। इसमें उसने लिखा, “मैं सही सलामत हूँ। मुझे एक लड़के से प्यार हो गया है और उसके साथ घर बसाने जा रही हूँ। आप लोग मेरी चिंता ना करें।”
लड़की ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि लड़का मुंबई में किसी कंपनी में काम करता था और वह उसे लड़की को एक अंधेरे बंद कमरे में हाथ पैर बांधकर कर जाता था। लड़की ने रोते हुए बताया कि कमरे में कोई खिड़की भी नहीं थी उसने कई महीनों तक बाहर की रोशनी भी नहीं देखी थी। एक बार उसने भागने की कोशिश भी की लेकिन फिरोज खान ने उसे पकड़ लिया इसके बाद उसको बहुत ज्यादा टॉर्चर किया यहां तक उसके नाखून भी उखाड़ दिए जिसके डर से उसने कभी दोबारा भागने की हिम्मत नहीं जुटाई।
फिरोज की एक गलती और कंपनी मालिक के सहारे बची जान
पीड़िता लड़की ने बताया कि एक बार गलती से फिरोज ने अपना फोन घर पर ही छोड़ दिया इसके बाद लड़की ने उसके फोन से सबसे ऊपर वाला नंबर हड़बड़ी में मिला दिया यह नंबर फिरोज के मालिक का था। लड़की ने अपनी सारी बात रोते हुए उसके मालिक को बताइ इसके बाद मलिक के सहायता से लड़की को पुलिस स्टेशन और फिर उसके गांव वापस लाया गया। हो सकता है इस कहानी का कोई और भी एंगल हो लेकिन इस कहानी में लव जिहाद साफ-साफ नजर आ रहा है। विशेष कौम का नाम अधिकांश मामलों में ऐसी कुर्ता करने के लिए पाया जाता है। सरकार को चाहिए कि इन अपराधों पर काली से कड़ी दंडात्मक कार्रवाई करें। आरोपी फिरोज खान अब जेल जाएगा फिर कुछ समय के बाद उसकी जमानत हो जाएगी हो सकता है वह दो या चार साल जेल में भी रहे लेकिन वह डेढ़ साल का वक्त जो उस लड़की ने बंद कमरे में गुजारा उसे तरह की दंडात्मक कार्यवाही भारत में संभव ही नहीं है।