नई दिल्लीः- फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा में इस बार चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। रॉबर्ट वाड्रा के करीबी ललित नागर का टिकट काटना कॉग्रेस को भारी पड़ गया। कुछ समय पहले ललित नागर की उम्मीदवारी के उम्मीद से तिगांव विधानसभा में कांग्रेस बनाम भाजपा की लड़ाई होने का पूरा चांस था, लेकिन ललित को टिकट ना मिलने और उनकी निर्दलीय उम्मीदवारी के चलते अब यह लड़ाई भाजपा बनाम ललित नागर में बदल गई है।
नारियल का बाग़ मिला चुनाव निशान
तिगांव में भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी गठबंधन, आरएलडी गठबंधन व निर्दलीय सहित दो दर्जन से अधिक प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन लड़ाई में केवल भाजपा और ललित नागर है। भारतीय जनता पार्टी के कमल निशान से वर्तमान विधायक राजेश नागर उम्मीदवार है तो वहीं पूर्व विधायक ललित नागर निर्दलीय ताल ठोक रहें हैं। ललित नागर को चुनाव निशान के तौर पर नारियल का बाग़ मिला है।
बाबा सूरदास जी तिलपत वाले की है कृपा
ललित नागर के चुनाव प्रचार अभियान से ना सिर्फ तिगांव विधानसभा बल्कि दिल्ली तक तहलका मचा हुआ है। तिगांव व आसपास सभी जगह चुनाव निशान नारियल के बाग सहित ललित नागर की फोटो छपी हुई है। उनके एक सहयोगी ने बताया कि चुनाव निशान नारियल का बाग एकदम बाबा सूरदास जी महाराज के मंदिर परिसर के बाग़ जैसा है। ललित नागर के सहयोग कहते हैं कि यहां चुनाव निशान चुनाव आयोग से नहीं बल्कि बाबा के तिलपत धाम से आया है।