नई दिल्लीः- आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित प्रसिद्ध हिंदू मंदिर श्री तिरुपति बालाजी के प्रसाद में मिलावट की बात सामने आई है। सामान्य मिलावट से हटकर यह मिलावट फिश ऑयल जानवरों की चर्बी, एनिमल टैलो और लार्ड की मात्रा की है आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि YSR कांग्रेस पार्टी की पिछली सरकार में तिरुपति मन्दिर में प्रसाद के पवित्र लड्डू में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। लड्डुओं के नमूने नेशनल डेयरी डेवलप ब्यूरो की लैबोरेटरी में भेजा गया। शाम को रिपोर्ट में आया कि लड्डुओं में मिलावट की जा रही है। खासतौर से मछली के तेल में लड्डू बनाए जाने की बात सामने आई। ये बहुत अधिक चिंताजनक है। अभी भी देश में हिंदुओं के एक वर्ग ऐसा है जो निरामिस भोजन ही करते हैं। वे किसी भी तरह से मांस नहीं खाते। ऐसे भी बहुत सारे लोग है जो उस दूकान में नहीं जाते जहां अंडे जैसी चीज भी बिक रही होती है।
गौरतलब है कि तिरुपति बालाजी मंदिर में श्रद्धालु इतनी बड़ी संख्या में आते हैं कि उसका चढ़ावा अक्सर देश के मंदिरों में सबसे ऊपर होता है। हाल में हाल में ही टीटीडी ने लड्डुओं की क्वालिटी बनाए रखने के लिए कई तरह के फैसले लिए हैं। इसमें लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी को भी स्तरीय रखने का फैसला शामिल है। बहरहाल, ये मसला बहुसंख्यक समाज की आस्था से जुड़ा हुआ है, लिहाजा इसकी संवेदनशीला को समझना होगा और दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी करनी होगी।