कहते हैं कि गोमती मित्रों से ज्यादा जिद्दी शायद ही कोई होगा,जिद है उनमें स्वच्छता की,सुरक्षा की,मां गोमती की अविरल धारा की,भूखे का पेट भरने की,निर्धन बच्चों की शिक्षा की,गरीब कन्याओं के विवाह की और यही जिद गोमती मित्रों को रखती है निरंतर गतिशील।
रविवार को भी गोमती मित्रों की यही जिद भारी पड़ी मौसम पर,गोमती मित्र पहुंच गए समय से सीताकुंड धाम को साफ सुथरा करने के लिए और लगातार दो घंटे तक मेहनत करके पूरे धाम को साफ सुथरा करने के साथ-साथ सायंकाल होने वाली आदि गंगा मां गोमती की आरती की तैयारी भी मुकम्मल कर दी।
यह जरूर था कि गोमती मित्र उदास भी थे और आक्रोशित भी और कारण था महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार,श्रमदान में प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,आलोक तिवारी,मुन्ना पाठक,अनुज प्रताप सिंह, महाकाल,दीपू,सुजीत कसौधन, अभय मिश्रा,ओझा,राकेश निषाद,राम किवंचल मौर्या,अजय प्रताप सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।