नई दिल्ली (खबबर4इंडिया): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और डॉक्टरों से बात की और उनसे सांकेतिक विरोध प्रदर्शन न करने की अपील की है। उन्होंने डॉक्टरों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है। मेडिकल स्टाफ पर हो रहे हमलों के विरोध में डॉक्टर आज सांकेतिक प्रदर्शन के तौर पर मोमबत्ती जलाने वाले हैं।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों के साथ बातचीत की। अमित शाह ने डॉक्टरों को सुरक्षा का आश्वासन दिया और उनसे अपील की कि वे उनके द्वारा प्रस्तावित प्रतीकात्मक विरोध को न करें, सरकार उनके साथ है।
क्यों कर रहे डॉक्टर्स सांकेतिक प्रदर्शन
दरअसल, देश के अलग-अलग हिस्सों में मेडिकल स्टाफ पर हुए हमले से डॉक्टर नाराज हैं और वह सख्त केंद्रीय स्पेशल कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। आईएमए लंबे समय से डॉक्टरों से मारपीट करने वालों के खिलाफ केंद्रीय कानून बनाने की मांग करता रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2019 में एक ड्राफ्ट जारी कर डॉक्टरों पर हमले के आरोपी को 10 साल की जेल और 10 लाख रूपए के जुर्माने का प्रावधान भी किया था। इस ड्राफ्ट को कानून और वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी, लेकिन मामला गृह मंत्रालय ने अटका दिया था। उसका कहना था कि अलग से कानून नहीं बनाया जा सकता है।
कल काला दिवस मनाने की तैयारी
गौरतलब है कि कोरोना के खिलाफ जंग में जो डॉक्टर्स देवदूत बने हुए हैं वहीं अब काला दिवस मनाने को मजबूर हैं। एक ओर डॉक्टर्स लोगों की जान बचाने के लिए दिन रात जुटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर स्वास्थकर्मियों पर हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे। इसे देखते हुए देश के लाखों डॉक्टरों ने कल काला दिवस मनाने का फैसला किया।
देश भर में डॉक्टरों पर हमले के विरोध में आईएमए यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इसका ऐलान किया है। आईएमए ने व्हाइट अलर्ट जारी किया है और सभी डॉक्टरों और अस्पतालों को बुधवार रात 9 बजे कैंडल जलाकर विरोध जताने को कहा है।